इको टूरिज्म इन दिनों भारत में चर्चा का विषय बन गया है, कुछ लोगों ने इको शब्द से यह अनुमान लगा लिया है कि इसका संबंध पर्यावरण से होगा, ये बिलकुल सही है, लेकिन हमारे मन में यह सवाल उठता है कि इको टूरिज्म क्या है लेख में हमने आपको विस्तार से बताया है कि इको टूरिज्म क्या है, Solar Energy कैसे इको-पर्यटन के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकती है और इसके क्या लाभ हैं।
Eco-tourism क्या है
Ecotourism वह यात्रा है जो पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए बिना की जाती है। इकोटूरिज्म प्रकृति और पर्यावरण को बिना नुकसान पहुँचाए उनका अनुभव और आनंद लेना है, क्योंकि जलवायु बदल रही है, यात्रा का आनंद लेने के साथ-साथ पर्यावरण का ध्यान रखना हमारी पहली जिम्मेदारी है, इसे ही इको टूरिज्म या सस्टेनेबल टूरिज्म कहते हैं।
भारतीय (India) लोग इको-पर्यटन (Places) को भी बढ़ावा दे रहे हैं, Hotels and resorts अपनी electricity की जरूरत को पूरा करने के लिए solar panel system install करवा रहे हैं।, जिससे उन्हें सीधे सूर्य से बिजली (electricity) मिल रही है, और वे इलेक्ट्रिक वाहनों में यात्रा कर रहे हैं, जिससे वायु और ध्वनि प्रदूषण कम हो रहा है।
Eco-tourism की जरूरत
इको टूरिज्म की जरूरत आज की पीढ़ी के लिए विशेष रूप से बहुत है क्योंकि अब की पीढ़ी बहुत ज्यादा स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति जागरूक हो गई है उनका मन है ट्रिप पर फोटो अच्छी आई, पर स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं और हम सभी जानते हैं कि स्वस्थ स्वास्थ्य स्वस्थ पर्यावरण से मिलता है। वे चाहते हैं कि संस्कृति के साथ पर्यावरण का भी मजा ले सके पर्यावरण में ताजी हवा का वातावरण है, न कि प्रदूषित तो इसलिए जरूरी है इको टूरिज्म
Solar Energy: इको-टूरिज्म के लिए एक बेहतर विकल्प
1.जीरो पोल्यूशन- आप इलेक्ट्रिकल वाहन का उपयोग करेंगे तो यह ध्वनि प्रदूषण या वायु प्रदूषण कम होगा क्योंकि आपके वाहन की बैटरी बिजली सीधे सूरज की रोशनी से चार्ज होगी इसलिए यह पर्यावरण अनुकूल विकल्प होगा।
2. पीसफुल एनवायरमेंट- सोलर पैनल लगवाने का यह भी फ़ायदा है कि आपको शांतिपूर्ण ट्रिक मिलेगी क्योंकि न तो वहां पर भारी दुनिया जैसा शोर और भीड़ रहेगी, एक शांतिपूर्ण वातावरण रहेगा जो आपको प्रकृति के करीब लेकर जाएगा।
3.पानी की बचत- जैसा ही सब जानते हैं बिजली बनने में सबसे ज्यादा पानी की जरूरत होती है जिस प्रक्रिया को हाइड्रोपावर कहा जाता है कहा था और हम बिजली की जगह सूरज से रोशनी ले रहे हैं तो पानी की बहुत बात होगी।
4.इको फ्रेंडली होटल,होमस्टे और रिसॉर्ट- आजकल बहुत होटल, होमस्टे और रिसॉर्ट्स ऐसे हैं हमारे भारत जो बिजली के लिए पूरी तरह से सोलर पैनल पर निर्भर है इसलिए आपकी बिजली का उपयोग करेगा वो सीधे सूरज से आएगी और सूरज की रोशनी हमारे लिए बहुत फायदा होता है तो इसलिए भी सोलर पैनल इको टूरिज्म के लिए सबसे अच्छा विकल्प है।
5.पशु सुरक्षा- वायु और ध्वनि प्रदूषण जानवरों और मनुष्यों दोनों के लिए ईश्वर का उपहार है, और अब मनुष्य के साथ जानवर भी ताजी हवा में सांस ले सकते हैं और कई जानवर ध्वनि प्रदूषण से डरते हैं, सौर पैनलों के कारण उनका ध्वनि प्रदूषण पूरी तरह से खत्म हो जाता है।
6. Solar Subsidy- Government Solar Panel Systems को लगाने पर Subsidy दे रही है जिसकी वजह से लोग सोलर पैनल्स को बड़ी तेजी से लगा रहे हैं इसके लिए सरकार ने अलग-अलग स्कीम्स को चलाया हुआ है।
Solar Panels के इको-टूरिज्म के नुकसान
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, एक फायदा और एक नुकसान। जिस चीज़ में फायदे होते हैं, उसमें कहीं न कहीं नुकसान भी होते है।वैसे देखा जाएगा तो इसे हम नुक्सान नहीं कह सकते हैं, बस आपको थोड़ा ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है।
1.शूरूआती खर्चा बहुत ज़्यादा है- सोलर पैनल लगाने की शुरुआती खर्चा बहुत ज़्यादा होती है, सब्सिडी को ध्यान में रखने के बाद भी, यह खर्चा ज़्यादा है क्योंकि इन्वर्टर और बैटरी की ज़रूरत होती है। सरकार सिर्फ़ सोलर पैनल पर ही सब्सिडी देती है क्योंकि जिन होटलों और रिसॉर्ट्स ने भी शुरुआत की है तो उनके लिए रकम बहुत ज्यादा है जो उनके लिए बहुत मुश्किल होती है भले ही फिर ये लॉन्ग टर्म सेविंग क्यों ना हो।
2. शॉर्ट सर्किट का डर- डीसी डायरेक्ट करंट सोलर पैनल से होकर गुजरता है जो सामान्य बिजली की तुलना में अधिक करंट प्रदान करता है, इसलिए शॉर्ट सर्किट होने की अधिक संभावना होती है, अगर आपका सोलर पैनल ज्यादा गर्म हो जाए या वायरिंग ठीक से न हो और कोई जानवर तार को काट दे तो यह हानिकारक हो सकता है।
3.बादल और मानसून के मौसम में कम बिजली- यह पूरी तरह से आपके द्वारा खरीदे गए सौर पैनल के ब्रांड पर निर्भर करता है। बाजार में कई ब्रांड कम गुणवत्ता वाले सौर पैनल का उत्पादन करते हैं जो बारिश के मौसम के दौरान बहुत कम बिजली का उत्पादन करते हैं और रात में लगभग ना के बराबर ही करते हैं।
4. Government Subsidy के बारे में कोई जानकारी ना होना- भारत में बहुत से लोग सोलर पैनल लगवाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि सरकार 78,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है। इस सब्सिडी के बारे में जानकारी न होने के कारण, वे महंगे दामों पर सोलर पैनल खरीद लेते हैं।
निष्कर्ष
तो आप मुश्किलों से बचना चाहते हैं तो इसका एक ही रास्ता है सबसे अच्छी क्वालिटी का सोलर पैनल लगाना जो कि बेस्ट डीलर ही आपको बेस्ट प्राइस में दिला सकता है। मेरे ध्यान में सोलरहरियाणा.कॉम कंपनी है जो एक बेस्ट इंस्टॉलर कंपनी है मैंने भी पिछले साल उनके माध्यम से एक सोलर इंस्टाल करवाया था उन्हें अपनी एक्सपर्ट टीम ने सोलर पैनल लगवाया था पूरा पूरा सपोर्ट किया, उचित सब्सिडी की जानकारी दी और सब्सिडी के लिए डॉक्यूमेंट्री वर्क खुद कंपनी किया और अभी लगभग 1 साल हो गया है कोई परेशानी नहीं आई उनको ने मुझे आसान तरीका बताया कि इसका उपयोग कैसे करें, अगर आप सोलर पैनल लगाना चाहते हैं तो सोलरहरियाणा.कॉम कंपनी आप ट्राई कर सकते हैं।
मुझे आशा है कि आर्टिकल में अच्छा लगेगा और आपका सूचनात्मक लेख होगा अगर फिर भी कोई प्रश्न आपका मन है तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं हम आपको जल्दी से जल्दी उत्तर देने का प्रयास करेंगे और समस्या का समाधान करेंगे।